On January 11, 2025, a seminar was organized at Ruia College Auditorium, Mumbai, focusing on social equality, Neo-Humanistic education, environmental solutions, and women’s roles in society. NSS and NCC students actively participated in the discussion, based on inspiration from Shri Prabhat Ranjan Sarkar’s teachings.
Speakers emphasized the need to overcome capitalist exploitation and promote a society based on devotion, intellect, and universal welfare. The event was a success thanks to the dedicated efforts of volunteers and organizers.
आनंद मार्ग प्रचारक संघ , महिला कल्याण विभाग मुंबई द्वारा आयोजित ज्ञान चर्चा का कार्यक्रम रुइया कॉलेज माटुंगा मुंबई के आडिटोरियम में 11 जनवरी 2025 को संपन्न हुआ। जिसमें कालेज परिसर से NSS और NCC के विद्यार्थियों ने भाग लिया।जिसमें संस्था के संस्थापक श्री प्रभात रंजन सरकार द्वारा लिखित पुस्तिका पर आधारित विषय वस्तु बुद्धि की मुक्ति नव्य- मानवतावाद और महिलाओं की भूमिका पर विस्तृत चर्चा की गई। इसमें मुख्य बिंदु सामाजिक समानता ,भक्ति तत्व, पर्यावरण, बंधन और समाधान ,नव्य मानवतावादी शिक्षा व्यवस्था और सभी क्षेत्रों में महिलाओं की भूमिका पर विचार व्यक्त किए गए। मुख्य वक्ता के रूप में अवधुतिका आनंद कल्याण माया आचार्या ,आनंद अद्वया आचार्या, आचार्य दिलीप सागर जी, रजनी सागर अरुण ने अपने विचार व्यक्त किये ।वर्तमान समय में जिस प्रकार पूंजीवादी व्यवस्था के शोषण ने मनुष्य की बुद्धि को विकृत और विकलांग बनाकर अपनी भोग का संसाधन बनाने में लगे हैं ,वही युवा शक्ति को विभिन्न संचार माध्यमों से उनकी सकारात्मक ऊर्जा को विनाशकारी और भाव जड़ता का माध्यम बनाकर उसको अपनी क्षुद्र अहंकार की पिपासा को संतुष्ट करने के लिए उसका दुरुपयोग कर रही है। बुद्धि हमें मुक्ति का रास्ता दिखलाता है। लेकिन आज के कृत्रिम चकाचौंद भारी युग में बुद्धि स्वयं भ्रम का शिकार हो गई है ।अप संस्कृति के आत्मघाती माया जाल में बुरी तरह फंस कर रह गई है। नव्य मानवतावाद बुद्धि को मुक्ति का रास्ता दिखाएगा ।भक्ति के सार्वभौमिक स्वरूप और सांसारिक धरातल पर उसकी उपयोगिता को समझने और समझाने में सहायक सिद्ध होगा। जो समाज विरोधी शक्तियां मानव जाति के सामूहिक कल्याण के पद पर बाधा बनकर खड़ी है, उनके विरुद्ध संघर्ष करने की प्रेरणा भी देगा। हमारा विश्वास है कि धर्म पर आधारित शोषण विहीन मानव समाज की स्थापना में नव्य मानवतावाद निर्णायक भूमिका निभाएगा। इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए आनंद जयास्मिताआचार्या, आनंद सुभाषिता आचार्या,भुक्ति प्रधान मुंबई ध्यानेष जी,भुक्तिप्रधान थाने अरूण पारीख जी , सी पी अरुण , ,प्रशांत जी, ओंकार जी,मंगेश जी, दीपक जी गीता राहुल, मीतू सिंह, कुसुम मौर्या , अनीता ढोलकिया,पद्मा एवं संस्था के मुख्य कार्यकर्ताओं ने मिलकर कार्यक्रम को सफल बनायें। धन्यवाद